7 चरणों में होंगे लोकसभा के चुनाव; 9 अप्रैल, 24 अप्रैल, 7 मई, 13 मई, 20 मई, 25 मई और 1 जून को होगी वोटिंग, 4 जून को आएंगे परिणाम

7 चरणों में होंगे लोकसभा के चुनाव; 9 अप्रैल, 24 अप्रैल, 7 मई, 13 मई, 20 मई, 25 मई और 1 जून को होगी वोटिंग, 4 जून को आएंगे परिणाम

स्टोरी हाइलाइट्स

चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव 2024 की तारीखों का एलान कर दिया है। इस बार लोकसभा चुनाव 7 चरणों में सम्पन होंगे। पहले चरण का चुनाव 19 अप्रैल को होगा। 21 राज्यों में पहले चरण में मतदान होगा। मतदान का दूसरा चरण 24 अप्रैल, तीसरा चरण 7 मई, चौथा चरण 13 मई, पांचवा चरण 20 मई, छटा चरण 25 मई और सातवा चरण 1 जून को होगा। 4 जून को चुनाव के परिणाम आएंगे। पहले चरण के चुनाव में 102 सीटों पर मतदान होगा, दूसरे में 89, तीसरे में 94, चौथे में 96, पांचवे में 49, छटे में 57 और सातवे चरम में 57 सीटों पर मतदान होगा।

नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव 2024 की तारीखों का एलान कर दिया है। इस बार लोकसभा चुनाव 7 चरणों में सम्पन होंगे। पहले चरण का चुनाव 19 अप्रैल को होगा। 21 राज्यों में पहले चरण में मतदान होगा। मतदान का दूसरा चरण 24 अप्रैल, तीसरा चरण 7 मई, चौथा चरण 13 मई, पांचवा चरण 20 मई, छटा चरण 25 मई और सातवा चरण 1 जून को होगा। 4 जून को चुनाव के परिणाम आएंगे। पहले चरण के चुनाव में 102 सीटों पर मतदान होगा, दूसरे में 89, तीसरे में 94, चौथे में 96, पांचवे में 49, छटे में 57 और सातवे चरम में 57 सीटों पर मतदान होगा।


चार विधानसभा में भी एकसाथ चुनाव होंगे*l

सिक्किम, ओडिशा, अरुणाचल प्रदेश, आंध्र प्रदेश में एकसाथ विधानसभा चुनाव होंगे। आंध्र प्रदेश में 18 अप्रैल को नोटिफिकेशन और वोटिंग 13 मई को होगी। अरुणाचल प्रदेश में 20 मार्च को नोटिफिकेशन और 19 अप्रैल को वोटिंग। सिक्किम में 20 मार्च को नोटिफिकेशन और 19 अप्रैल को वोटिंग। ओडिशा में पहला नोटिफिकेशन 18 अप्रैल को और वोटिंग 13 मई। दूसरा नोटिफिकेशन 28 अप्रैल को नोटिफिकेशन होगा।

 


पूरी निष्पक्षता के साथ चुनाव कराएंगे : राजीव कुमार

मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि 17वीं लोकसभा का कार्यकाल 16 जून को खत्म हो रहा है। इसके अलावा कई विधानसभा के लिए भी चुनाव होंगे। कुमार ने कहा कि वह पूरी निष्पक्षता के साथ चुनाव कराएंगे। उन्होंने बताया कि देश में इस बार के चुनाव में 97 करोड़ रिजस्टर्ड वोटर हैं। 1.5 करोड़ सुरक्षाबल और मतदान कर्मचारी इस चुनाव को कराएंगे। हम 400 से ज्यादा विधानसभा चुनाव करा चुके हैं और 17 लोकसभा के चुनाव करा चुके हैं।


हमारे पास 97 करोड़ मतदाता : राजीव कुमार

राजीव कुमार ने कहा कि भौगोलिक, सांस्कृतिक रूप से विविध इस देश के सबसे बड़े चुनाव के लिए हमने दो वर्ष तक तैयारी की है। हमारे पास 97 करोड़ मतदाता हैं। यह संख्या अमेरिका, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया के कुल मतदाताओं से कहीं ज्यादा है। हमारे पास 10.5 लाख मतदान केंद्र हैं, जिनकी जिम्मेदारी डेढ़ करोड़ लोगों के पास होती है। 55 लाख ईवीएम हैं।


नए मतदाताओं में 85 लाख महिलाएं, 1 अप्रैल से 13.4 लाख नए मतदाता जुड़ेंगे

उन्होंने कहा कि महिला मतदाताओं को जोड़ने में भी हमने मेहनत की है। देश के 12 राज्य ऐसे हैं, जहां महिला वोटरों की संख्या पुरुष मतदाताओं से ज्यादा हो गई है। इस बार 18 से 19 वर्ष के 1.8 करोड़ मतदाताओं में 85 लाख तो महिला मतदाता हैं। 17 से ज्यादा उम्र के 13.4 लाख नए मतदाताओं की अग्रिम अर्जियां हमारे पास आ चुकी हैं। ये ऐसे वोटर होंगे, जो 1 अप्रैल को 18 साल की उम्र पूरी कर लेंगे।


नए वोटरों को जोड़ने पर बहुत मेहनत की : राजीव कुमार

उन्होंने बताया की हमने पिछले एक साल में नए वोटरों को जोड़ने पर बहुत मेहनत की है। इस बार 18 से 19 वर्ष के 1.8 करोड़ मतदाता होंगे। 20 से 29 साल उम्र के 19.74 करोड़ मतदाता होंगे। 82 लाख मतदाता ऐसे हैं, जिनकी उम्र 85 साल से ज्यादा है।


85 साल से ज्यादा उम्र के मतदाताओं के वोट घर लेने जाएंगे

उन्होंने बताया कि इस बार देश में पहली बार ये व्यवस्था एकसाथ लागू होगी कि जो 85 साल से ज्यादा उम्र के मतदाता हैं। उन सबके पास हम फॉर्म पहुंचाएंगे। अगर वो ये कहेंगे कि वो बूथ पर नहीं आएंगे तो हम उनके घर वोट लेने जाएंगे। पहाड़ के बर्फ से लेकर जंगल में भी जाएंगे। वोटर के लिए हम तमाम कोशिश करेंगे।


मतदाता सूची की प्रक्रिया में राजनीतिक दलों को शामिल किया गया

उन्होंने कहा कि राजनीतिक दलों को मतदाता सूची तैयार करने की प्रक्रिया में शामिल किया गया है ताकि बाद में कोई यह नहीं कहे कि हमें नहीं बताया गया। जिलाधिकारियों ने हर जिले में राजनीतिक दलों के साथ बैठकें की हैं। उनकी आपत्तियों का निराकरण किया गया है। 


लोकसभा चुनाव में धनबल पर भी सख्ती

मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि पिछले 11 विधानसभा चुनाव में 3400 करोड़ रुपये जब्त किए गए थे। इसबार के चुनाव में भी आयोग मनी पावर पर रोक लगाने के लिए प्रतिबद्ध है।


आम चुनाव में चार तरह की चुनौतियां

चुनाव आयोग ने कहा कि मसल पावर, मनी पावर, मिसइनफॉर्मेशन और वायलेशन ये चार तरह की चुनौतियां आयोग के सामने हैं। मसल पावर को कंट्रोल के लिए बड़ी संख्या में सुरक्षाबल की तैनाती की जाएगी।