हेमंत सोरेन के खिलाफ ED की चार्जशीट: लाल इंक से लिखा- CM भुईहरी बड़ागाई, Pinto और सहाय भैया का जिक्र, लैंड स्कैम में कई खुलासे

हेमंत सोरेन के खिलाफ ED की चार्जशीट: लाल इंक से लिखा- CM भुईहरी बड़ागाई, Pinto और सहाय भैया का जिक्र, लैंड स्कैम में कई खुलासे

स्टोरी हाइलाइट्स

झारखंड भूमि घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने विशेष धनशोधन निवारण अधिनियम अदालत में चार्जशीट दाखिल कर दी है। इसमें पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, राजस्व अधिकारी भानु प्रताप प्रसाद, राजकुमार, हिलारियास कच्छप और विनोद सिंह को आरोपी बनाया गया है। इन सभी पर ईडी ने अपने आरोप पत्र में 600 करोड़ रुपये के भूमि घोटाले में भ्रष्टाचार और हेरफेर का आरोप लगाया है।

रांची। झारखंड भूमि घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने विशेष धनशोधन निवारण अधिनियम अदालत में चार्जशीट दाखिल कर दी है। इसमें पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, राजस्व अधिकारी भानु प्रताप प्रसाद, राजकुमार, हिलारियास कच्छप और विनोद सिंह को आरोपी बनाया गया है। इन सभी पर ईडी ने अपने आरोप पत्र में 600 करोड़ रुपये के भूमि घोटाले में भ्रष्टाचार और हेरफेर का आरोप लगाया है। 

मामले में बयानों और दस्तावेजों से पुष्टि हुई कि हेमंत सोरेन 'भूमि माफिया' सिंडिकेट का हिस्सा थे। अपराध की कमाई का आनंद ले रहे थे। 

भानु प्रताप के दफ्तर से 44 पन्नों की फाइल मिली
जांच के दौरान अधिकारियों को राजस्व अधिकारी भानु प्रताप के कार्यालय में 44 पन्नों की एक फाइल मिली, जिसमें हेमंत सोरेन के मालिकाना हक वाली 8.86 एकड़ जमीन के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी थी। प्रताप हेमंत सोरेन को 'बॉस' कहते थे। फाइल पर लाल इंक से एक पीले रंग के नोट में सीएम भुईहरी बड़ागाई लिखा हुआ था। 

चार्जशीट में यह भी खुलासा किया गया है कि भूरे रंग की एक फाइल में लिखा हुआ था- सीएमओ अर्जेंट पिंटो। पिंटो नाम का शख्स कोई और नहीं बल्कि अभिषेक प्रसाद था। उसे हेमंत सोरेन के मीडिया सलाहकार उदय शंकर ने सर्किल अफसर से जमीन का वेरिफिकेशन कराने के लिए कहा था। एजेंसी ने दावा किया कि हेमंत सोरेन ने 2011 से रांची के बार्गेन इलाके में 8.86 एकड़ जमीन पर अवैध रूप से कब्जा कर लिया है। जिसकी कीमत अब 31 करोड़ है। फिलहाल प्रवर्तन निदेशालय ने इसे जब्त कर लिया है।

ऐसे हड़पी गई जमीनें
ईडी का दावा है कि बार्गेन इलाके की जमीन पर कथित तौर पर कब्जा हेमंत सोरेन के करीबी रंजीत सिंह, हिलारियस कच्छप और राजकुमार के माध्यम से किया गया था। भानु प्रताप जमीन हड़पने के लिए सरकारी जमीन के दस्तावेजों में बदलाव करने वाले एक सिंडिकेट का हिस्सा था, जिसमें हेमंत सोरेन समेत कई सरकारी अधिकारी शामिल थे।

संतोष मुंडा ने हेमंत सोरेन का लिया नाम
ईडी ने संपत्ति पर किए गए दो सर्वे की तस्वीरें शामिल कीं, जिसमें भानु प्रताप को भी आरोपियों में शामिल किया गया है। संपत्ति के केयरटेकर संतोष मुंडा ने हेमंत सोरेन का जिक्र करते हुए मंत्री जी के अधीन इसके स्वामित्व की पुष्टि की। आरोपी बिनोद कुमार के मोबाइल से प्राप्त एक तस्वीर से संपत्ति पर एक बैंक हॉल के निर्माण की योजना का पता चला।

ईडी को दिए अपने बयान में हेमंत सोरेन ने संपत्ति के बारे में कोई जानकारी न होने का दावा किया। हालांकि बिनोद के साथ अपनी चैट के बारे में चुप्पी साधे रखी। एजेंसी का दावा है कि भानु प्रताप ने हेमंत सोरेन को अपना बॉस बताया और सरकारी रिकॉर्ड में हेरफेर करके 8.86 एकड़ जमीन हड़पने की साजिश रची।